भोपाल/देवास। तीन बार विधायक रहे पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी ने कांग्रेस शनिवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और अन्य नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। जोशी ने कहा कि बीजेपी में रहकर वे अपने पिता के सिद्धांतों की रक्षा नहीं कर सकते थे। इसलिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
शनिवार को करीबन एक दर्जन वाहनों के काफिले के साथ दीपक जोशी भोपाल स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। जहां प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली। इस मौके पर दीपक जोशी ने कहा कि उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी की एकमात्र संपत्ति ईमानदारी है। बीजेपी में रहकर वे इसकी सुरक्षा नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होंने बिना शर्त कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है। भोपाल रवाना होने के पूर्व जोशी ने अपने घर में पूजा-अर्चना की। तत्पश्चात बड़ी बहन से आशीर्वाद लिया। फिर श्री खेड़ापति मंदिर में दर्शन कर वह शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी के साथ भोपाल के लिए निकले।
उन्होंने कहा कि मैं राजनीति को हमेशा खेल की तरह मानता आया हूं। अटल जी को अपना भगवान मानता हूं और मानता रहूंगा। हार-जीत से मुझे कोई फर्क़ नहीं पड़ता। मेरे पिता ने मुझे सिखाया है कि हमारे पास यदि कुछ नहीं हो तो हम जमीन को बिछौना कर लें और धरती को आकाश मान लें। इसी के साथ मैं जीता रहा हूं। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है। ऐश्वर्य और सुख के साधन जुटाए जा रहे हैं। बीजेपी अपनी लाइन से बहुत बुरी तरह भटकी हुई है। उन्होंने कमलनाथ की तारीफ भी की।
जोशी ने कहा कि हम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में ऐसी सरकार बनाएंगे जिसका विजन हो। आज प्रदेश की यही सबसे बड़ी जरूरत है। दीपक जोशी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर भी हमला करते हुए कहा कि शिवराज मुझे छोटा भाई मानते हैं तो मानें। मैं उन्हें बड़ा भाई कदापि नहीं मानता।
दीपक जोशी पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे हैं और इनका परिवार जनसंघ के जमाने से एक ही विचारधारा में रहा है। भाजपा के टिकट पर दीपक जोशी 2000 में बागली, 2003 और 2008 में हाटपिपलिया से विधायक बने। शिवराज सिंह चौहान की सरकार में 2008 के चुनाव के बाद वे राज्यमंत्री भी रहे।